भग
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]भग संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. योनि ।
२. सूर्य ।
३. बारह आदित्यों में से एक ।
४. ऐश्वर्य ।
५. छह प्रकार की विभूतियाँ जिन्हें सम्य- मैश्वर्य, सम्यगबीर्य सम्यग्यश, सम्यगश्रिव और सम्यगज्ञान कहते हैं ।
६. इच्छा ।
७. माहात्म्य ।
८. यत्न ।
९. धर्म ।
१०. मोक्ष ।
११. सौभाग्य ।
१२. कांति ।
१३. चंद्रमा ।
१४. धन ।
१५. गुदा ।
१६. पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र ।
१७. एक देवता का नाम । पुराणानुसार दक्ष के यज्ञ में वीरभद्र ने इनकी आँख फोड़ दी थी ।
१८. शिव का एक रूप [को॰] ।
१९. उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (को॰) ।
२०. अंडकोश और गुदा का मध्य भाग (को॰) ।